कवित माँ को नमन

माँ व्यक्तित्व का व्यवहार हैं
संस्कार हैं प्यार हैं.
विचार हैं। जिंदगी का सार हैं माँ
ममता का दर्पण हैं।
बच्चो के प्रति समर्पण हैं।
माँ के चरणों को वंदन हैं।
माँ संवेदना है,भावना हैं।
खुद राख होकर उजाला करने
वाली हैं माँ।
संतान का कल हैं,
निश्छल हैं माँ।
हर पल हर समस्या का
हल हैं माँ।
हाथो में मिट्टी की,
खुशबू है माँ।
मूल्यों की पहचान,
पूरा घर हैं माँ.
रक्त कणों से अभिसिंचित
नव पुष्प खिलाती
ऊर्जा भरती प्राणो में।
दुनिया की तपिश में
आँचल की शीतल छाया
देती हैं माँ।